Thursday 30 June 2011

इबादत

ये इश्क मोहब्बत की बातें ,
जितनी चाहे कर लो .
एक उम्र तक ही ,
ये कर पाओगे .
हमारी उम्र तक आते आते यारों.
खुद से सवाल करोगे
जवानी तो  य़ू ही गवां दी,
बुदापे  में अब  क्या गुल खिलाओगे   .

या रब, ताउम्र तेरी इबादत थी करनी ,
हम न जागे
ये कह पछताओगे.......

Monday 27 June 2011

मेरी भावनाए

छुईमुई सी नाजुक है
मेर बच्चो, तुम्हारे लिए ,
मेरी भावनाए .
मैं कुछ भी कहूं ,
मंजूर हैं मुझे .
कोई कुछ बुरा कहे ,
ये सह नहीं पाए

Saturday 25 June 2011

वो


किसी को एक नजर देखने के लिए ,
हम तरसते हैं यों
हाय न जाने इस उम्र में 
कैसे दीखते हों वो .
हम तो बहुत बदल गए हैं यारों ,
शायद वो हों ज्यों के त्यों .

 



Friday 24 June 2011

गैर

जिंदगी का पल पल , हंसी ख़ुशी बिताया .
जीवन का हर गीत धुन के साथ गुनगुनाया.
खुशियों  का जाम  भर भर , पिया और पिलाया.
प्रेम बांटा  ,और प्रेरणा का दिया जलाया.
जो कभी अपने न बन सके,
ऐसे गैरों को याद कर कर भुलाया.