SUNITA KATYAL POETRY
Wednesday 31 December 2014
जिद
हमें भी जिद है की दरिया को पार करना है
चलो मिल कर कोई राह तय करते हैं
Monday 29 December 2014
याद
"उम्र और यादों का
रिश्ता हो या न हो,
तुम कल भी याद आते थे,
तुम आज भी याद आते हो"
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