आज का ये चलन है ,देर रात तक जश्न
सुबह देर से जागना, फुर्सत में इंटरनेट में मगन
क्या बच्चे क्या बड़े,
सबका जीने का तरीका बदल गया
सुकून भरा जीवन जीना है तो खुश रहिये जनाब
ख़ुशी से जीना है तो खुद को बदलिए
आत्म विश्वास खुद पर बनाये रखिये
बेशक तकलीफ कम न हो
पर दुःख से उबर आगे बढ़ने का साहस तो मिलेगा
और बदले अपना नजरिया
संकुचित और छोटी सोच से भी निकलिये
मस्तिष्क, दिल, विश्वास और शरीर
इस जीवन के चार आधार
बेहतर जीना है तो इनमे संतुलन और नियंत्रण बनाये रखिये
वर्तमान में जीने की कोशिश करें
अतीत की यादों और भविष्य की चिंता छोड़िये
90 प्रतिशत चिंता काल्पनिक
और 10 प्रतिशत होती है वास्तविक
हैप्पी लॉन्ग लाइफ की चाबी है आपकी सकारात्मक सोच
इस से मुश्किलें चाहे कम हो न हो
तनाव तो कम होगा ही
हमारी सोच ही हमे सफलता,
अच्छा स्वास्थ्य और आनंद देगी
कवि जय शंकर प्रसाद ने दिया यही सन्देश
'औरों को हँसते देखो मनु,हंसो और सुख पाओ
अपने सुख को विस्मृत कर लो , सबको सुखी बनाओ'
एक बात और
जैसे है वैसे ही खुद को स्वीकार करे
बदलाव से न घबराएं
परिवर्तन सत्य है,उस से सामंजस्य बैठाए
जीवन का लक्ष्य बनाये
उसे पूरा करने के लिए धैर्य भी अपनाये
असफलताओं से सबक लें
डरे नहीं, आगे कदम बढ़ाएं
मुश्किल तो ये जरूर है पर
सुकून भरी जिंदगी जीने के लिए
इन सब को अपनाएं