मेरे प्यार की चिंगारी से
जब वो सुलगने लगे
दुनिया के डर से
हमसे किनारा कर गए
इल्तिजा है उनसे हमारी
इक बार वो तशरीफ़ लाएं
रखी है जो उनकी अमानत
वो यादों की गठरी
संग अपने ले जाएँ
बहुत जी लिए उनकी यादों के संग
बची जिंदगी उससे खाली हो जीना चाहते हैं
जब वो सुलगने लगे
दुनिया के डर से
हमसे किनारा कर गए
इल्तिजा है उनसे हमारी
इक बार वो तशरीफ़ लाएं
रखी है जो उनकी अमानत
वो यादों की गठरी
संग अपने ले जाएँ
बहुत जी लिए उनकी यादों के संग
बची जिंदगी उससे खाली हो जीना चाहते हैं