SUNITA KATYAL POETRY
Thursday, 25 October 2018
दिल का जख्म
Friday, 19 October 2018
धुनकी
जीवन का अंत
कायनात
Saturday, 6 October 2018
सजदे
वो चाहता है, बैठी रहूँ
हर वक़्त सजदे में
तभी, जिंदगी में मेरी
गमो की इन्तेहाँ कर दी
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