SUNITA KATYAL POETRY
Friday, 11 January 2019
काश ये मन
सुकून की तलाश में
रात की तन्हाई
उड़ने लगी हूँ
समय के साथ चलना था
2nd day resolution
1st day resolution of new year
2019
2018
चल ख्वाब देखते हैं
अधूरी हसरतें
पैसा
मोहभंग
याद रहेगा 2018
हाय मेरी कवितायेँ
दुखड़ा
मुस्कराहट
सुना तो बहुत था
o maa meri
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