पैंतीस चालीस साल पुरानी
किसी नोटबुक पर लिखी ये पंक्तियाँ
"the day to day contact makes a man near and................
हम आज भी नहीं भूल पाए
किसने लिखी, क्यों लिखी
ये भी नहीं जानते
पर न जाने क्या कशिश है
इन पंक्तियों में
ये आज भी हमारे दिलो दिमाग पर
पत्थर पर लकीर की तरह खुदी
क्या है ये सब
हम नहीं जानते
पर हम इन्हे भुला भी नहीं पाए