पैंतीस चालीस साल पुरानी
किसी नोटबुक पर लिखी ये पंक्तियाँ
"the day to day contact makes a man near and................
हम आज भी नहीं भूल पाए
किसने लिखी, क्यों लिखी
ये भी नहीं जानते
पर न जाने क्या कशिश है
इन पंक्तियों में
ये आज भी हमारे दिलो दिमाग पर
पत्थर पर लकीर की तरह खुदी
क्या है ये सब
हम नहीं जानते
पर हम इन्हे भुला भी नहीं पाए
ma, did you write this? this is absolutely lovely. omg why did i now know about this. now i feel stupid. these are lovely!! love
ReplyDeletei meant 'omg why did i not know about this'
ReplyDeleteabsolutely Akhil...v lovely indeed both the feelings and the writing. Looking forward to read more :)
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