रिश्तों की माला को टूटने न देना
टूटे हुए मनकों को फिर से पिरो लेना
कोई ख़ुशी हो या हो खराब तबियत
समझ आती है तब रिश्तों की अहमियत
टूटे हुए मनकों को फिर से पिरो लेना
कोई ख़ुशी हो या हो खराब तबियत
समझ आती है तब रिश्तों की अहमियत
बच्चों से अपने विचारों में,