Thursday, 26 May 2016

रिश्ता तेरा मेरा

माना अंतरंग नहीं थे हम दोनों
अलौकिक था रिश्ता तेरा मेरा
अदृश्य रूप में आज भी है जिन्दा वो बंधन
 यादें  करती है  जिसपे बसेरा 

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