खबर है सबको
कूच करना है दुनिया से इक रोज
फिर अभी से ही क्यों मनहूसियत फैलाए
जब जाना होगा ,चले जाएंगे यारों
आओ अभी तो खुशियों की शमा जलाएं
कूच करना है दुनिया से इक रोज
फिर अभी से ही क्यों मनहूसियत फैलाए
जब जाना होगा ,चले जाएंगे यारों
आओ अभी तो खुशियों की शमा जलाएं
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