SUNITA KATYAL POETRY
Friday, 1 July 2016
तस्वीर
देख कर तस्वीर अपनी पुरानी
हम खुद पे फ़िदा हो गए
बेवफा वक़्त के साथ चलते चलते
हाय रे ,हम क्या थे ,क्या हो गए
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