ओ मेरे साईं
ये कैसी उम्र आई
हाल भी बुरे है
घुटनों के दर्द से
चाल भी बुरे हैं
सर्द मौसम में करतें हैं
दिन रात सिकाई
ओ मेरे साईं
ओ मेरे साईं
ये कैसी उम्र आई
हाल भी बुरे है
घुटनों के दर्द से
चाल भी बुरे हैं
सर्द मौसम में करतें हैं
दिन रात सिकाई
ओ मेरे साईं
ओ मेरे साईं
excellent. pain and humour, together! the best.
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