देखो जी क्या खूबसूरत समां है काले बादलों से घिरा आसमाँ है झमाझम पानी भी बरस रहा है हुआ मन मेरा मैं हँसूँ, खिलखिलाऊ बारिश में भीगूँ और खूब नहाऊँ तभी जैसे कोई बादल सा फटा मेरे पतिदेव ने आवाज लगाई अजी सुनती हो,…… मेरी चाय और पकोड़े कहाँ है हाय रब्बा क्या खूबसूरत समां है
मेर छोटे बेटे अखिल ने मुझे
दो चार बार माता रानी कह कर बुलाया
मैंने उसे यूं समझाया
मेरे जिगर के टुकड़े
शरीर से बूढी हूँ मैं पर
हूँ दिल से अभी जवाँ
तुम मुझे मॉम कहा करो
या कहा करो मुझे माँ