बादल ने अपने आगोश में चंदा को लिया
चंदा ने अपनी चांदनी से उसे ठंडा किया
बादल ने जब सूरज को अपने आगोश में छिपा लिया
सूरज ने अपनी किरणों से उसे गर्मा दिया
माँ ने जब अपने लाल को
आगोश में ले कर कलेजे से लगाया
अपनी ममता की ठंडक दी
प्यार की तपिश से गरमाया
और खुद को भी तृप्त पाया
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