दुनिया को खुश करना बहुत कठिन है भ्राता
मेरे जीवन का अनुभव मुझे यही बताता
महफिलें सजाना ,मुझे नहीं आता
महफ़िलों में जाना , मुझे नहीं भाता
पीना और खाना, मुझे न सुहाता
लेकिन दुनिया को, यही चलन है लुभाता
इसीलिए मेरा है ये मानना
कि दुनिया को खुश करना बहुत कठिन है भ्राता
मुझे नहीं आता ,ये मुझे नहीं आता
मेरे जीवन का अनुभव मुझे यही बताता
महफिलें सजाना ,मुझे नहीं आता
महफ़िलों में जाना , मुझे नहीं भाता
पीना और खाना, मुझे न सुहाता
लेकिन दुनिया को, यही चलन है लुभाता
इसीलिए मेरा है ये मानना
कि दुनिया को खुश करना बहुत कठिन है भ्राता
मुझे नहीं आता ,ये मुझे नहीं आता
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