Sunday 6 October 2013

सखी

कल एक पुरानी सखी का फोन आया 
बोली, कहाँ रहती हो सुनीता 
कभी कभी बतियाए लिया करो
 
उसकी पुरानी बातें हमें याद नहीं थाइराइड के कारण 
अपनी पुरानी बातें हम उसे याद दिलाना नहीं चाहते :p

सो हमने कहा, वो तो ठीक है, पर बतियाए क्या
तुम्हारे बच्चे दोनों बाहर, हमारे भी दोनों बाहर
तुम्हारे पति रिटायर, हमारे 2-4 महीने मे होने वाले रिटायर 
बाकी बची प्याज, नून, तेल की बात 
तो सुनो बहिनी, प्याज तो अब हो गया सौगात 
लोग मिठाई की जगह एक दूसरे के घर प्याज ले जाते हैं 
वो बोली, ऐसे ही कभी हाय बाय कर लिया करो 
हमने कहा, अच्छा फिर मिलेंगे, ओ.के. बाय बाय. 
 

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