Saturday 16 May 2015

I.C.U.

I.C.U.में बिताये दिनों का साया
अभी तक मेरे दिलो  दिमाग पर है छाया

6 -7 दिनों तक रात दिन मुँह पर 
ऑक्सीजन मास्क चढ़ाया 
नाक में नली लगाकर
 मैंने वहाँ  खाना खाया 
हर समय डॉक्टरों और नर्सों को 
अपने इर्द गिर्द पाया
ये जानते हुए कि  मुझ पर 
है बीमारी का काला साया 
हर अपने ने मुझे जल्दी ही 
स्वस्थ होने का विश्वास दिलाया  

रोज शाम 4 बजे के आस पास 
कान्हा की पालकी आती थी 
दिन भर धीमी आवाज में
कान्हा के भजनो को सुना और गाया
सोते जागते हरदम किसी
शक्ति को अपने साथ पाया
दूसरी दुनिया में जाती मुझको
न जाने कौन वापिस लाया
महसूस की  मैंने वहां पर
उस अपरम्पार की माया

I.C.U.में बिताये दिनों का साया
अभी तक मेरे दिलो  दिमाग पर है छाया 



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