Monday 30 May 2011

माँ

बचपन में तेरा सोते  हुए हौले से मुस्कराना ,
किशोरावस्था में नींद में  बडबडाना  और हाथ पैर  मारना.
जवानी में तेरा अकेले में मुस्कराना ,
अब नवेली दुल्हन को छेड़ना और खिलखिलाना.

ये सब देखते हुए जीना ,मेरे माँ होने के अहसास को
कहीं भीतर तक तृप्त कर जाता है.

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