SUNITA KATYAL POETRY
Monday 29 July 2013
चुभन
दिल से दिल का तार कहीं जुड़ा था
उन्हें मेरे प्यार का आभास तो था
आज जब मैं उन्हें याद करती हूँ
दिल में उनके भी चुभन तो होती होगी
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